पत्ते
कोंपलों से निकलते वो बहार के पहले पत्ते,
टहनियों को सजाते वो नए नए कच्चे पत्ते।
पेड़ों को मुसलसल शक्ल देने वाले,
क़ुदरत के सब्ज़ रंग ये क़ीमती पत्ते।
देखते देखते ही बड़े हो जाते हैं ये,
राहगीरों पे धूप में छाँव बिखेरते पत्ते।
हवाओं में झूमते...
टहनियों को सजाते वो नए नए कच्चे पत्ते।
पेड़ों को मुसलसल शक्ल देने वाले,
क़ुदरत के सब्ज़ रंग ये क़ीमती पत्ते।
देखते देखते ही बड़े हो जाते हैं ये,
राहगीरों पे धूप में छाँव बिखेरते पत्ते।
हवाओं में झूमते...