कितनी नाजुक होती है, लडकिया...
कितनी नाजुक होती हैं लडकियां
चूड़ी टूट जाए तो रो रोके घर सर पर उठा लेती,
दिल टूट जाए तो सामने बैठी मां को
पता नहीं चलने देती,
जरा सा हाथ कट जाए तो सारा घर
खिदमत के लिए खड़ा कर लेती,
आत्मा दुखों से छलनी हो जाए तो उफ
तक नहीं करती
अपनी पसंद का सूट न मिले तो त्योहार
नहीं मनाती,
और एक नापसंद इंसान के साथ मां बाप
की खुशी के लिए जिंदगी गुजार देती
© shirri__
चूड़ी टूट जाए तो रो रोके घर सर पर उठा लेती,
दिल टूट जाए तो सामने बैठी मां को
पता नहीं चलने देती,
जरा सा हाथ कट जाए तो सारा घर
खिदमत के लिए खड़ा कर लेती,
आत्मा दुखों से छलनी हो जाए तो उफ
तक नहीं करती
अपनी पसंद का सूट न मिले तो त्योहार
नहीं मनाती,
और एक नापसंद इंसान के साथ मां बाप
की खुशी के लिए जिंदगी गुजार देती
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