दर्द मे
यक़ीनन वो बहुत चिल्लाई होगी
कोशिशें तो लाख आजमाई होगी
पर बस कहा चला उस रात उसका
जब उसने इज्ज़त गवाई होगी।
कपड़ों के साथ अरमान भी हुए बेतार,
रूह भी तो उसके अश्कों में नहाई होगी।
जिस्म के ज़ख़्म कहा दर्द देते है साहेब।
यादों से परेशान वो कई रात, डर में करहाई होगी।
Dr. Priyanka
© All Rights Reserved
कोशिशें तो लाख आजमाई होगी
पर बस कहा चला उस रात उसका
जब उसने इज्ज़त गवाई होगी।
कपड़ों के साथ अरमान भी हुए बेतार,
रूह भी तो उसके अश्कों में नहाई होगी।
जिस्म के ज़ख़्म कहा दर्द देते है साहेब।
यादों से परेशान वो कई रात, डर में करहाई होगी।
Dr. Priyanka
© All Rights Reserved