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शिक्षा का अधिकार... part 1....📚📚
जबलपुर के एक छोटे से गांव में राजेश रहता
(उम्र 40 के आसपास है रंग थोड़ा काला है पर
चेहरा हंसमुख है और बड़ा भोला भी है कपड़ों के नाम पर 3 जोड़ी धोती कुर्ता है!)

राजेश की पत्नी का नाम सुमित्रा है (उम्र करीब 35 के आसपास है रंग गोरा है देखने में बहुत सुंदर है 4 जोड़ी साड़ी है वह भी बहुत पुरानी चाहती है नई साड़ी लेना मगर हालात ऐसे ना है!)

राजेश और सुमित्रा का एक बेटा है जिसका नाम किशोर है उम्र 7 वर्ष है देखने में बिल्कुल अपनी मां पर गया है वही रंग वही हंसी एकदम भोला भाला पर बहुत होशियार है!

राजेश के पास घर के नाम पर एक छोटा सा
कमरा है जिसमें गर्मी में बहुत बुरे हालात हो
जाते हैं और जब खाना बनाया जा रहा हो तब तो रुका भी नहीं जाता है! 1 दिन किशोर कमरे में अकेला बैठ कर रो रहा था तभी वहां पर किशोर के पिता राजेश आते हैं वह किशोर से कहते हैं!

(राजेश)
किशोर बेटा कितनी बार कहा है कि इस बात को लेकर दुखी मत हो या करो!
(किशोर)
पर पिताजी हमारे साथ ही ऐसा क्यों होता है.... लोग हमसे इतना क्यों भेदभाव करते हैं!
(राजेश)
क्योंकि बेटा शायद हमारे भाग्य में यही लिखा है!
(किशोर)
पिताजी क्या हम भाग्य का लिखा बदल नहीं सकते!
(राजेश)
नहीं बेटा भाग्य का लिखा कभी बदला नहीं जा सकता!
(किशोर)
पर पिताजी एक दिन मैंने लाल सिंह मास्टर को कहते सुना था कि शिक्षा के द्वारा सब संभव है तो क्या हम शिक्षा प्राप्त करके अपने भाग्य को नहीं बदल सकते हैं!
(राजेश)
नहीं बेटा शिक्षा हमारे नसीब में नहीं है!
(किशोर)
पर ठाकुर साहब का बेटा कुमार भी तो शिक्षा प्राप्त करता है!
(राजेश)
हां ...बेटा क्योंकि वह हमसे बड़ी जाति के हैं और हम नीची जाति के हैं वह लोग हमें छूना भी पसंद नहीं करते क्योंकि वह अपवित्र हो जाते हैं और पवित्र होने के लिए तरह-तरह की क्रियाएं करनी पड़ती है हमारा काम सिर्फ दूसरों के घर का कचरा उठाना ही होता है बेटा!

(पर किशोर पढ़ना चाहता था वह अपने गांव की सोच को बदलना चाहता था कि शिक्षा पर सिर्फ ऊंची जाति का अधिकार नहीं है बल्कि शिक्षा पर सबका अधिकार है पर राजेश किशोर को पढ़ा नहीं सकता था क्योंकि वह जो कमाता था जो उसके दो वक्त
की रोटी ही का काम चल पाता था इसलिए सुमित्रा को भी घर का काम करना पड़ता था ताकि उनका घर चल सके!)
राजेश और सुमित्रा काम पर चले जाते थे तब किशोर गांव के स्कूल के पास जिसमें केवल ऊंची जाति के ही बच्चे पढ़ते थे स्कूल के दरवाजे के पास बैठकर चुपके से पढ़ाई किया करता था!📚📚📚📚
© neha