पुराने घर की यादें
आज फिर से वह यादें ताजा हो गई
वो गुडे गुड़ियों का खेल
सबके साथ बैठकर मस्ती करना
दादी जी के साथ बैठकर कहानीया सुना
दादाजी का चश्मा छुपा देना
मम्मी के साथ ढेर सारी बातें करना
सब भाई बहनों का लड़ना
पापा की पीठ में बैठकर उनकी दाढ़ी को खींचना
इस घर में बिताए हुए हर पल
आज फिर से याद आ गए
आज फिर से वह यादें ताजा हो गई
© Lalita paliwal
वो गुडे गुड़ियों का खेल
सबके साथ बैठकर मस्ती करना
दादी जी के साथ बैठकर कहानीया सुना
दादाजी का चश्मा छुपा देना
मम्मी के साथ ढेर सारी बातें करना
सब भाई बहनों का लड़ना
पापा की पीठ में बैठकर उनकी दाढ़ी को खींचना
इस घर में बिताए हुए हर पल
आज फिर से याद आ गए
आज फिर से वह यादें ताजा हो गई
© Lalita paliwal