लत(आदत)
#shadow #shadowpoem
एक बार की ये दास्तां,
एक बार की ये कहानी है,
सोच रहे जिसे उस याद की जुबानी है
एक प्यारी सी लड़की अनजानी सी है
मिली एक लड़के से ये उसकी कहानी है
बचपन में मिले, बचपन से थे दोस्त
अपने आप में ही थे गुम, अपने आप में ही मदहोश
ऐसी लत लगी की हो गए आदि सब,
ये प्रेम की बात थी फिर क्यू देखे आदि–अनादि अब
नशा ये लत का सबसे बड़ा था
जिसके आगे कोई भी घाव न ठहरा था
हुए अलग एक दूसरे से
लगा जिंदगी रूठ गई
एक आस जो देखी थी
वो आस अब खो सी गई
रो रो कर फिर कई दिल बेहाल हुए
उन दोनो के साथ साथ उनके परिवार वाले भी तो बेहाल हुए
© shadow
एक बार की ये दास्तां,
एक बार की ये कहानी है,
सोच रहे जिसे उस याद की जुबानी है
एक प्यारी सी लड़की अनजानी सी है
मिली एक लड़के से ये उसकी कहानी है
बचपन में मिले, बचपन से थे दोस्त
अपने आप में ही थे गुम, अपने आप में ही मदहोश
ऐसी लत लगी की हो गए आदि सब,
ये प्रेम की बात थी फिर क्यू देखे आदि–अनादि अब
नशा ये लत का सबसे बड़ा था
जिसके आगे कोई भी घाव न ठहरा था
हुए अलग एक दूसरे से
लगा जिंदगी रूठ गई
एक आस जो देखी थी
वो आस अब खो सी गई
रो रो कर फिर कई दिल बेहाल हुए
उन दोनो के साथ साथ उनके परिवार वाले भी तो बेहाल हुए
© shadow
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