बचपन के हीरो
हम सभीने अपना बचपन खुब मौज और मस्ती के साथ बिताया होगा।
उस बचपन में खट्टी मिठ्ठी नोंक जोंक के साथ कट्टी और बट्टी भी करते होंगे।
और बचपन में हम अपने मुताबिक सबके लिए हीरो होंगे।
फिर हम बड़े हुए और हमने अपने आप को सामने वाले की नज़रों से तोलना शुरू किया लेकिन हम ये भूल गए की सामने वाले की नज़र उसके नज़रिये मुताबिक होती है न की हमारे 'बचपन के हीरो' के मुताबिक।
उस बचपन में खट्टी मिठ्ठी नोंक जोंक के साथ कट्टी और बट्टी भी करते होंगे।
और बचपन में हम अपने मुताबिक सबके लिए हीरो होंगे।
फिर हम बड़े हुए और हमने अपने आप को सामने वाले की नज़रों से तोलना शुरू किया लेकिन हम ये भूल गए की सामने वाले की नज़र उसके नज़रिये मुताबिक होती है न की हमारे 'बचपन के हीरो' के मुताबिक।