तुमसे जुदा होकर
तुमसे जुदा होकर खँडहर हुईं यादे मेरी चलो उसे कहीं,
दफ़न कर हसींन पलो अबाद करने की वजह ढूढ़ते है!
रिश्तो की गिरह अब कहीं कमजोर सी पड़ गई है चलो
विश्वाश, सच्चाई की डगर पर चल नई राह ढूढ़ते है!
कहने को पूरा संसार यहाँ अपना है, चलो जो मुसीबत
में खड़े रहे साथ ऎसा कोई सच्चा ...
दफ़न कर हसींन पलो अबाद करने की वजह ढूढ़ते है!
रिश्तो की गिरह अब कहीं कमजोर सी पड़ गई है चलो
विश्वाश, सच्चाई की डगर पर चल नई राह ढूढ़ते है!
कहने को पूरा संसार यहाँ अपना है, चलो जो मुसीबत
में खड़े रहे साथ ऎसा कोई सच्चा ...