#साधु क्या वो राक्षस है
स्वार्थी स्वार्थ के लिए बने रे साधु
बोले रे मीठा वो ऐसा मुँह से टपके रे मधु
बोलो कैसे पहचानो साधु क्या वो राक्षस है
मन्न का कोमल वो अभागा
अपनी देह प्रवत्ति से विवश है
बोलो कैसे पहचानो क्या अमृत क्या विष है
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बोले रे मीठा वो ऐसा मुँह से टपके रे मधु
बोलो कैसे पहचानो साधु क्या वो राक्षस है
मन्न का कोमल वो अभागा
अपनी देह प्रवत्ति से विवश है
बोलो कैसे पहचानो क्या अमृत क्या विष है
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