pyar kalyug ka....
खुशियां मांगने से नही मिलती यहां पे
यहां तो गम बस आबाद है
झूठ पंख फैला के उड़ता औऱ
सच...
यहां तो गम बस आबाद है
झूठ पंख फैला के उड़ता औऱ
सच...