यादों का साया
अरमाँ जाग जाता है
जब तुम यादों मेें मुस्कराती हो
हर लम्हा खिल खिलाता है
जब तुम आकर ख़्वाब मेें गले लगाती हो
महकती यादों की...
जब तुम यादों मेें मुस्कराती हो
हर लम्हा खिल खिलाता है
जब तुम आकर ख़्वाब मेें गले लगाती हो
महकती यादों की...