...

7 views

यादों का साया
अरमाँ जाग जाता है
जब तुम यादों मेें मुस्कराती हो

हर लम्हा खिल खिलाता है
जब तुम आकर ख़्वाब मेें गले लगाती हो

महकती यादों की खुशबु से तेरी
मेरी दुनिया फ़िर महक जाया करती है

फ़िर जब आँख खुलती है तो
वही तन्हा मंज़र, दर्द का आलम सा

बोलो ना यादों मेें आकर क्यों फ़िर
तुम मुझे हँसा कर रुला जाया करती हो

© कृष्णा'प्रेम'