...

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दर्पण
#सत्य
सुना था
आज मैं देख
नम आंखों से ओझल होने जा रही है तो
सत्य दिखा जीवन का
उत्तम वाणी से तूने ही
मेरे अंतर कर्ण मई को शुद्ध किया
दिखा की संपूर्ण सृष्टि संपूर्ण ब्रह्मांड तेरे ही अंदर निवास करती है
और तू ही सभी मनुष्य और जीव जंतु में निवास करती है
तू कान कान में व्याप्त है
तेरे होने से हम सब हैं
जो तूने दिव्य ज्ञान मुझे दिया
इन कई माध्यमों के जरिए
संसार के बंधनी से मुक्त करने की राह पर तूने मेरा मार्गदर्शन किया।
मैं जो करता था काम उसका हमेशा फल पाने की अपेक्षा रखता था परंतु तूने जो सिखाया कि अपना कर्म करो, ना कि फल की अपेक्षा के कारण अपना कर्म करना उजित है,...