काव्य
ये तो निड़र काव्य है मेरा, हर तरफ से झलक आता है
प्यार लिखूं या नफरत कोई, सच्ची बात जता आता है
हर एक दिल की आवाज है इसमें, प्यार सभी का ले आता है
मौल भाव ना किया किसी से, कविता फिर भी बेच आता है
अधूरा कोई किस्सा रहा, तो कही मिलन का राग लिखा है
इश्क़, मोहब्बत, प्यार का सिला, जिसमें सारा राज लिखा है
इंतजार भी इसमें कहीं मिला, तो कही खाली संसार मिला है
एक एक पल को खो कर फिर, उसको कही पर नाज मिला है
कही पर सबसे गिला कही नफरत का पहाड़ दिखा है
खुद को जीकर उसने फिर, कविता की आवाज लिखा है
Akshita jangid (poetess)
प्यार लिखूं या नफरत कोई, सच्ची बात जता आता है
हर एक दिल की आवाज है इसमें, प्यार सभी का ले आता है
मौल भाव ना किया किसी से, कविता फिर भी बेच आता है
अधूरा कोई किस्सा रहा, तो कही मिलन का राग लिखा है
इश्क़, मोहब्बत, प्यार का सिला, जिसमें सारा राज लिखा है
इंतजार भी इसमें कहीं मिला, तो कही खाली संसार मिला है
एक एक पल को खो कर फिर, उसको कही पर नाज मिला है
कही पर सबसे गिला कही नफरत का पहाड़ दिखा है
खुद को जीकर उसने फिर, कविता की आवाज लिखा है
Akshita jangid (poetess)
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