क्या तुम मुझे गिरा पाओगे??????
उम्मीद रख कर इस जिगर में,
मैं चले जा रही हु अपने ही शहर में।
एक दिन होगा सवेरा मेरे जीवन में,
ये बात सकून देती है मेरे हृदय में।
लड़ रही हु हर एक दिन मैं अपने अपनो से,
मैं बस कामयाब हो जाऊ जीवन में इस आशा से।
लाख कोशिश कर लो क्या तुम मुझे गिरा...
मैं चले जा रही हु अपने ही शहर में।
एक दिन होगा सवेरा मेरे जीवन में,
ये बात सकून देती है मेरे हृदय में।
लड़ रही हु हर एक दिन मैं अपने अपनो से,
मैं बस कामयाब हो जाऊ जीवन में इस आशा से।
लाख कोशिश कर लो क्या तुम मुझे गिरा...