राम वाणी (अभंग)
अभंग (राम वाणी)
एक वेळ मला। सांग माझा गुन्हा।।
जन्म नको पुन्हा। माणसाचा।।१।।
स्वार्थ आहे येथे। ज्यांचा त्यांचा नवा।।
सहवास हवा। कोणा येथे।।२।।
मुकल्या मनाला। किती धीर देऊ।।
कुठे धाव...
एक वेळ मला। सांग माझा गुन्हा।।
जन्म नको पुन्हा। माणसाचा।।१।।
स्वार्थ आहे येथे। ज्यांचा त्यांचा नवा।।
सहवास हवा। कोणा येथे।।२।।
मुकल्या मनाला। किती धीर देऊ।।
कुठे धाव...