...

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वैश्या

बनना चाहती थी,किसी की बेटी बहन और बीवी
पर बन बैठी वो वैश्या..
गलती उसकी नहीं उसके तकदीर की थी,आखिर
क्यों किया उसने किसी पर भरोसा..?
दिल की बाज़ी लगाई थी उसने जिससे,
उसने है उसके जिस्म की सौदेबाज़ी की..
छोड़ आया वो वहां जहां उसने हर रात अपने
जिस्म को नीलाम किया,चाहत थी उसकी भी
वो भी बने किसी का गुरूर,पर बन बैठी तवायफ
आखिर क्या था उसका कसूर...?

(this is truth of society)
#sexworker
#womenlife
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