खामोशियां
जो कुछ नही कहते
वो चुप नही रहते
करते हैं हाल ए दिल ब्यान
अपनी आँखों से
वो करते हैं घायल
अपने ज़ज्बातों से
दिल को झकझोर कर रख देते
जो कुछ नही कहते
वो चुप नही रहते
कहती है कितनी कहानियाँ
उनकी दबी खामोशियां
,कितने ही तूफानो से
स्वयं ही लडते
भयभीत होकर
सागर मे समा नही जाते
जो कुछ नही कहते
वो चुप नही रहते |
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Shraddha S Sahu
© Shraddha S Sahu
वो चुप नही रहते
करते हैं हाल ए दिल ब्यान
अपनी आँखों से
वो करते हैं घायल
अपने ज़ज्बातों से
दिल को झकझोर कर रख देते
जो कुछ नही कहते
वो चुप नही रहते
कहती है कितनी कहानियाँ
उनकी दबी खामोशियां
,कितने ही तूफानो से
स्वयं ही लडते
भयभीत होकर
सागर मे समा नही जाते
जो कुछ नही कहते
वो चुप नही रहते |
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Shraddha S Sahu
© Shraddha S Sahu