आशियाँ. ....
एक बार फिर से तेरे दिल का
आशियाँ चाहती हूँ.......
वो चंद लम्हो का दीदार तेरा
वो कुछ पल की मुलाक़ात चाहती हूँ...........
माना के गुजरा हुआ ज़माना
अब ना लौटेगा वापिस
फिर भी उस गुजरे ज़माने के आसार
हकीकत में बदलना चाहती हूँ.........
एक बार फिर से तेरे दिल का
आशियाँ चाहती हूँ...........
तुम आज भी जिद्द करना
उसी तरह से मुझसे
में वो पल एक बार फिर से
जीना चाहती हूँ.......
वो हंसी दौर
कितनी रफ्तार से गुजरा
में उस वख्त से कुछ पल भर
सवालात चाहती हूँ.........
एक बार फिर से तेरे दिल का
आशियाँ चाहती हूँ........
🥀🖤 Sonia Thakur. ...✍️
Sona - ( बदजुबान कातिब )
आशियाँ चाहती हूँ.......
वो चंद लम्हो का दीदार तेरा
वो कुछ पल की मुलाक़ात चाहती हूँ...........
माना के गुजरा हुआ ज़माना
अब ना लौटेगा वापिस
फिर भी उस गुजरे ज़माने के आसार
हकीकत में बदलना चाहती हूँ.........
एक बार फिर से तेरे दिल का
आशियाँ चाहती हूँ...........
तुम आज भी जिद्द करना
उसी तरह से मुझसे
में वो पल एक बार फिर से
जीना चाहती हूँ.......
वो हंसी दौर
कितनी रफ्तार से गुजरा
में उस वख्त से कुछ पल भर
सवालात चाहती हूँ.........
एक बार फिर से तेरे दिल का
आशियाँ चाहती हूँ........
🥀🖤 Sonia Thakur. ...✍️
Sona - ( बदजुबान कातिब )