आशियाँ. ....
एक बार फिर से तेरे दिल का
आशियाँ चाहती हूँ.......
वो चंद लम्हो का दीदार तेरा
वो कुछ पल की मुलाक़ात चाहती हूँ...........
माना के गुजरा हुआ ज़माना
अब ना लौटेगा वापिस
फिर भी उस गुजरे ज़माने के आसार
हकीकत में बदलना...
आशियाँ चाहती हूँ.......
वो चंद लम्हो का दीदार तेरा
वो कुछ पल की मुलाक़ात चाहती हूँ...........
माना के गुजरा हुआ ज़माना
अब ना लौटेगा वापिस
फिर भी उस गुजरे ज़माने के आसार
हकीकत में बदलना...