कैसे कहूँ
कैसे कहूँ तू क्या है मेरा,
बस इतना समझ ले तू जहां है मेरा,
इस जनम का तो कुछ कह नहीं सकता,
पर हर जनम में तू रहा है मेरा!
कैसे कहूँ तू क्या है मेरा,
बस इतना समझ ले तू जहां है मेरा!
तेरे बिना सौ ज़िन्दगियाँ भी बेईमान सी लगती हैं,
तू साथ हो तो हर पल में एक नयी जान सी लगती है,
छोड़ चुका हूँ सारी आदतें अपनी,
पर तू शौक नया है मेरा!
कैसे कहूँ तू क्या है मेरा,
बस इतना समझ ले तू जहां है मेरा!
© Shivaay
बस इतना समझ ले तू जहां है मेरा,
इस जनम का तो कुछ कह नहीं सकता,
पर हर जनम में तू रहा है मेरा!
कैसे कहूँ तू क्या है मेरा,
बस इतना समझ ले तू जहां है मेरा!
तेरे बिना सौ ज़िन्दगियाँ भी बेईमान सी लगती हैं,
तू साथ हो तो हर पल में एक नयी जान सी लगती है,
छोड़ चुका हूँ सारी आदतें अपनी,
पर तू शौक नया है मेरा!
कैसे कहूँ तू क्या है मेरा,
बस इतना समझ ले तू जहां है मेरा!
© Shivaay