ईश्वर
#WritcoPoemPrompt8 ऐसी आस्था हे मेरी तुम उस को नकारना नहीं!
तुम भले ही ना मानो उस ईश्वर को मेरे लिए सब कुछ है वही !
तुम कहते हो कोई ईश्वर नहीं तो फिर तुम क्यों नाम लेते हो बार-बार उसका ईश्वर नहीं ईश्वर नहीं !
ईश्वर नहीं तेरे इस लफ्जों से वह भी...
तुम भले ही ना मानो उस ईश्वर को मेरे लिए सब कुछ है वही !
तुम कहते हो कोई ईश्वर नहीं तो फिर तुम क्यों नाम लेते हो बार-बार उसका ईश्वर नहीं ईश्वर नहीं !
ईश्वर नहीं तेरे इस लफ्जों से वह भी...