हम दोस्त नही रह सकते!
तो एक दिन उसने मुझसे पूछा की
क्या हम दोस्त नही रह सकते,
तो मैने कहा की...
मै तुझे कभी अपनी दोस्त नही मान पाऊंगा!
तेरी आंखों में वो रातें,
कभी अनदेखी नहीं कर पाऊंगा!
जिस चेहरे को लेकर मैने सपने देखें थे,
उस चेहरे को किसी और का होकर
तुझे दोस्त कभी नहीं मान पाऊंगा!
ये फैसला तेरा है तुझे मुबारक,
मैं तुझसे दूर...
क्या हम दोस्त नही रह सकते,
तो मैने कहा की...
मै तुझे कभी अपनी दोस्त नही मान पाऊंगा!
तेरी आंखों में वो रातें,
कभी अनदेखी नहीं कर पाऊंगा!
जिस चेहरे को लेकर मैने सपने देखें थे,
उस चेहरे को किसी और का होकर
तुझे दोस्त कभी नहीं मान पाऊंगा!
ये फैसला तेरा है तुझे मुबारक,
मैं तुझसे दूर...