तुम्हें क्या पता!!
किसी के तुम क्या बन जाओ !
तुम्हें क्या पता !!
किसी की हिम्मत किसी का हौसला बन जाओ
तुम्हें क्या पता !!
तुम्हारा चेहरा किसी की खुशी का पहेरा बन जाए !! तुम्हें क्या पता !!
तुम्हारा रूप किसी के लिए शर्दी की धूप बन जाए !! तुम्हें क्या पता !!
तुम्हारी एक बात किसी का साथ बन जाए !
तुम्हें क्या पता !!
तुम्हारी मुस्कराहट किसी को राहत देती जाए! तुम्हें क्या पता !!
जीसे तुम्ह नहि जानते वह तुम्हें मानते हो !
तुम्हें क्या पता !!
जीसे तुम्ह नहि चाहते वह तुम्हें चाहते हो!
तुम्हें क्या पता !!
जो पास होता है उससे ज्यादा दूर होता है!!
तुम्हें क्या पता !!
दीया नजदीक लेकिन सूरज दूर होता है!!
तुम्हें क्या नहीं पता !!
अपना हर तरह से खयाल रखना मेरे प्रिय
तुम्हारी हर एक अदा किसी को सदा(आवाज) देती जाए!
तुम्हें क्या पता !!
© hitesh kanubhai shukla
तुम्हें क्या पता !!
किसी की हिम्मत किसी का हौसला बन जाओ
तुम्हें क्या पता !!
तुम्हारा चेहरा किसी की खुशी का पहेरा बन जाए !! तुम्हें क्या पता !!
तुम्हारा रूप किसी के लिए शर्दी की धूप बन जाए !! तुम्हें क्या पता !!
तुम्हारी एक बात किसी का साथ बन जाए !
तुम्हें क्या पता !!
तुम्हारी मुस्कराहट किसी को राहत देती जाए! तुम्हें क्या पता !!
जीसे तुम्ह नहि जानते वह तुम्हें मानते हो !
तुम्हें क्या पता !!
जीसे तुम्ह नहि चाहते वह तुम्हें चाहते हो!
तुम्हें क्या पता !!
जो पास होता है उससे ज्यादा दूर होता है!!
तुम्हें क्या पता !!
दीया नजदीक लेकिन सूरज दूर होता है!!
तुम्हें क्या नहीं पता !!
अपना हर तरह से खयाल रखना मेरे प्रिय
तुम्हारी हर एक अदा किसी को सदा(आवाज) देती जाए!
तुम्हें क्या पता !!
© hitesh kanubhai shukla