तेरी होना चाहती हूं...
तू मेरा हो या न हों
मै तो सिर्फ तेरी होना चाहती हूं
भूला के इस जहां को सारे
तेरे आगोश में खोना चाहती हूं
तू समाये रोम रोम में मेरे..
सासो सा मुझमें मेहके..
धड़कन सा मुझमें धड़के..
तुझसे हो अस्तित्व मेरा...
मैं अस्तित्व विहीन होना चाहती हूं..
तू मेरा हो या न हो...
तेरे इश्क़ में सांवरे,
मैं तो सिर्फ तेरी होना चाहती हूं
तेरी होना चाहती हूं..!!
© प्रति- आज की मीरा
#pratikishan
#radhakrishna
मै तो सिर्फ तेरी होना चाहती हूं
भूला के इस जहां को सारे
तेरे आगोश में खोना चाहती हूं
तू समाये रोम रोम में मेरे..
सासो सा मुझमें मेहके..
धड़कन सा मुझमें धड़के..
तुझसे हो अस्तित्व मेरा...
मैं अस्तित्व विहीन होना चाहती हूं..
तू मेरा हो या न हो...
तेरे इश्क़ में सांवरे,
मैं तो सिर्फ तेरी होना चाहती हूं
तेरी होना चाहती हूं..!!
© प्रति- आज की मीरा
#pratikishan
#radhakrishna