उम्मीद
न उम्मीद रख किसी से, खुद उम्मीदों पर खरा उतरता जा।
न आस रख लहरों से, खुद कश्ती किनारे लगाता जा।
गर उम्मीद न हुई पूरी तेरी, तो मन में कष्ट...
न आस रख लहरों से, खुद कश्ती किनारे लगाता जा।
गर उम्मीद न हुई पूरी तेरी, तो मन में कष्ट...