ऐ इश्क़ !
ऐ इश्क़ ! मुझे ढूँढ लेना तुम फिर से
अगर इस दुनियावी मोह में मैं खो जाऊँ...
ऐ इश्क़ ! थाम लेना तुम मुझे कसके
अगर इस रेगिस्तानी तूफ़ान में मैं फंस जाऊँ...
ऐ इश्क़ ! तुम खींच कर निकालना
मुझे...
अगर इस दुनियावी मोह में मैं खो जाऊँ...
ऐ इश्क़ ! थाम लेना तुम मुझे कसके
अगर इस रेगिस्तानी तूफ़ान में मैं फंस जाऊँ...
ऐ इश्क़ ! तुम खींच कर निकालना
मुझे...