ज़िन्दगी कि शाम
ज़िन्दगी कि शाम
अभी तो तेरी ज़िन्दगी कि बस शाम हुई है,
बहुत हंसीन है ये लम्हें, ख़ुशी ख़ुशी तू ग़ुज़ार ले ।
बेईमान मौसम का क्या यूँही आता जाता रहता है,
मौजूदा मौसम का लुत्फ़, ज़िन्दगी में अपनी तू उतार ले ।
...
अभी तो तेरी ज़िन्दगी कि बस शाम हुई है,
बहुत हंसीन है ये लम्हें, ख़ुशी ख़ुशी तू ग़ुज़ार ले ।
बेईमान मौसम का क्या यूँही आता जाता रहता है,
मौजूदा मौसम का लुत्फ़, ज़िन्दगी में अपनी तू उतार ले ।
...