मोमबत्ती
# If a candle wanted to write something, it would probably write something like this....
मैं रिश्ते यूं ही नही बनाती हूँ
ना मैं यूं किसी पे जान लगाती हूँ
मैं नही उन लोगों की तरह जो अंधेरो में छोड़ जाते और उजालों में भी रास्ता भटकाते...
मैं नही उन लोगों की तरह जो मुश्किल वक्त में भाग जाते है
और फिर अपना हक माँगने आते है....
आज कल मैं मुश्किलो से कहीं मिल पाती हूँ .....
और जहाँ मिल जाऊँ अंत तक साथ निभाती हूँ .....
अरे मैं तो जल जाती हूँ तुम्हारी रोशनी के लिए...
पिघला देती हूँ खुद को तुम्हे रास्ता साफ दिखाने के लिए... तुम्हारा डर भगाने के लिए....
मैं रिश्ते यूं ही नही बनाती हूँ
ना मैं यूं किसी जान लगाती हूँ
बस इसीलिये शायद मैं मोमबत्ती कहलाती हूँ।।।।
मैं रिश्ते यूं ही नही बनाती हूँ
ना मैं यूं किसी पे जान लगाती हूँ
मैं नही उन लोगों की तरह जो अंधेरो में छोड़ जाते और उजालों में भी रास्ता भटकाते...
मैं नही उन लोगों की तरह जो मुश्किल वक्त में भाग जाते है
और फिर अपना हक माँगने आते है....
आज कल मैं मुश्किलो से कहीं मिल पाती हूँ .....
और जहाँ मिल जाऊँ अंत तक साथ निभाती हूँ .....
अरे मैं तो जल जाती हूँ तुम्हारी रोशनी के लिए...
पिघला देती हूँ खुद को तुम्हे रास्ता साफ दिखाने के लिए... तुम्हारा डर भगाने के लिए....
मैं रिश्ते यूं ही नही बनाती हूँ
ना मैं यूं किसी जान लगाती हूँ
बस इसीलिये शायद मैं मोमबत्ती कहलाती हूँ।।।।
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