कुछ तो लोग कहेंगे!
हाये!
बेचैनी का आलम है
कुछ जवां जवां,
कुछ खट्टा तो कुछ मीठा
कुछ नमकीन तो कुछ कसैला
ज़रा मुँह बिचकाओ
कुछ तो लोग कहेंगे..
हाये!
उचटा उचटा मन,
ख़यालों की उधेड़बुन,...
बेचैनी का आलम है
कुछ जवां जवां,
कुछ खट्टा तो कुछ मीठा
कुछ नमकीन तो कुछ कसैला
ज़रा मुँह बिचकाओ
कुछ तो लोग कहेंगे..
हाये!
उचटा उचटा मन,
ख़यालों की उधेड़बुन,...