जीवन एक अरदास
// #जीवन_एक_अरदास //
जब - जब मन हो बहुत उदास,
तब ह्रदय से कर एक अरदास;
मुस्कुरा थोड़ा तू बैठ मोरे पास,
आख़िर तू मेरा
दिल अपना न हो तनिक निराश।
जीवन आशा - निराशा का मेला,
जग हर जीवन का यही झमेला;
दुनिया का यही सत्यरंग रुपहला,
पल ना समझ स्वयं को अकेला।
जब समय लागे अतिरेक कठिन,
क्षण- क्षण चितवन हो रहा खिन्न;
मन उठत रहे विचार भिन्न- भिन्न,...
जब - जब मन हो बहुत उदास,
तब ह्रदय से कर एक अरदास;
मुस्कुरा थोड़ा तू बैठ मोरे पास,
आख़िर तू मेरा
दिल अपना न हो तनिक निराश।
जीवन आशा - निराशा का मेला,
जग हर जीवन का यही झमेला;
दुनिया का यही सत्यरंग रुपहला,
पल ना समझ स्वयं को अकेला।
जब समय लागे अतिरेक कठिन,
क्षण- क्षण चितवन हो रहा खिन्न;
मन उठत रहे विचार भिन्न- भिन्न,...