झूठ।।
तसल्ली मिलती है सुन के सच।
जाने ही हुए होते है सच कितना जूठ से होंगे।
बना कर सौ बहाने अपनी वफा का।
जी कही और लगाने को होते होंगे।
कितना आसान होता होगा ना।
कितना सफाई से रहते होंगे।
कह कर आपको जिंदगी।
दिल्लगी मे...
जाने ही हुए होते है सच कितना जूठ से होंगे।
बना कर सौ बहाने अपनी वफा का।
जी कही और लगाने को होते होंगे।
कितना आसान होता होगा ना।
कितना सफाई से रहते होंगे।
कह कर आपको जिंदगी।
दिल्लगी मे...