आज़ाद तो हूं!
यूं तो आजाद हूं!
फ़िर भी बंदिशे महसूस होती हैं,
देखती हूं आसमां खुला सा है!
मगर पैरों में कुछ जंजीरों सा महसूस होता है,
यूं तो सब मोह माया है!
फिर भी तेरा एहसाह हर घड़ी महसूस करती हूं,
आजाद तो हूं !
मगर कुछ बन्दिशे महसूस होती हैं।
- ख़ुशी🦋
फ़िर भी बंदिशे महसूस होती हैं,
देखती हूं आसमां खुला सा है!
मगर पैरों में कुछ जंजीरों सा महसूस होता है,
यूं तो सब मोह माया है!
फिर भी तेरा एहसाह हर घड़ी महसूस करती हूं,
आजाद तो हूं !
मगर कुछ बन्दिशे महसूस होती हैं।
- ख़ुशी🦋