मां सी
वो सुबकती रही
अपने आंचल के सिरे से आंसुओं को पोंछे
याद करती रही मां को,
नई नवेली पत्नी
मां के गुणों में ढल रही थी
आज समझ रही थी
मां के...
अपने आंचल के सिरे से आंसुओं को पोंछे
याद करती रही मां को,
नई नवेली पत्नी
मां के गुणों में ढल रही थी
आज समझ रही थी
मां के...