लिखना हो तो किताब लिखों,उसमें भी कुछ खास लिखों।If you wish to write, then write a book, But fill it with something special.
लिखना हो तो किताब लिखों,
उसमें भी कुछ खास लिखों।
कुछ अनकहे अहसास लिखों,
दिल को जलाने वाले का थोड़ा
सा तो हिसाब लिखों।
पल पल सताने वाले की
फितरत सरे आम लिखों।
अपने ही नहीं दिल की
उनके दिल का भी राग लिखो।
पूछो उन्हीं से की क्या क्या लिखे
उनके इल्ज़ाम या उनको लिखे
प्रेम लिखे या नफरत उनकी
बोलो क्या - क्या आज लिखे ।
डर लगता था जिनको खोने से,
वो कभी न अपने थे ,हम भी पागल
थे थोड़े ,दुश्मन को ही दोस्त समझे।
पर एक दिन आयेगा , उनका भी
मिलना होगा ,तब आंखे वो चुराएंगे,
जो आज छिपे फ़ितरे है
वो कल हम से मिलने से पहले
हर बार हज़ार दफा अपने किया
का सोचेंगे।
हम तो क्या लिखेंगे उनको
जो कभी अपने थे ।
बस एक झूठे सपने थे ।
वो एक दोस्त बनकर आए ,
जिंदगी में...
उसमें भी कुछ खास लिखों।
कुछ अनकहे अहसास लिखों,
दिल को जलाने वाले का थोड़ा
सा तो हिसाब लिखों।
पल पल सताने वाले की
फितरत सरे आम लिखों।
अपने ही नहीं दिल की
उनके दिल का भी राग लिखो।
पूछो उन्हीं से की क्या क्या लिखे
उनके इल्ज़ाम या उनको लिखे
प्रेम लिखे या नफरत उनकी
बोलो क्या - क्या आज लिखे ।
डर लगता था जिनको खोने से,
वो कभी न अपने थे ,हम भी पागल
थे थोड़े ,दुश्मन को ही दोस्त समझे।
पर एक दिन आयेगा , उनका भी
मिलना होगा ,तब आंखे वो चुराएंगे,
जो आज छिपे फ़ितरे है
वो कल हम से मिलने से पहले
हर बार हज़ार दफा अपने किया
का सोचेंगे।
हम तो क्या लिखेंगे उनको
जो कभी अपने थे ।
बस एक झूठे सपने थे ।
वो एक दोस्त बनकर आए ,
जिंदगी में...