मैं नीम सी हूं!
मैं वार खामोशी से करती हूं
जुबान मेरा हथियार है
खामोश रहना मजबूरी नहीं
कम बोलना और जरूरी बोलने में रुचि रखती हूं
मेरे शब्द घाव भी देते हैं और मरहम भी
निर्भर करता है, कौन किसका हकदार है
कड़वा बोलना इतना बुरा नहीं,
कड़वा होना बुरा है
मीठी छुरी मैंने भी बहुत देखी है
और मीठे में कीड़े लगते भी
मैं नीम सी हूं!
थोड़ी कड़वाहट के साथ दर्द का इलाज कर दे उस हकीम_ सी हूं
किसी ने कहा जहर भर रखा मन में
उन्हें क्या पता खबर शहर भर का रखा मैंने
किसी ने कहा तुम...
जुबान मेरा हथियार है
खामोश रहना मजबूरी नहीं
कम बोलना और जरूरी बोलने में रुचि रखती हूं
मेरे शब्द घाव भी देते हैं और मरहम भी
निर्भर करता है, कौन किसका हकदार है
कड़वा बोलना इतना बुरा नहीं,
कड़वा होना बुरा है
मीठी छुरी मैंने भी बहुत देखी है
और मीठे में कीड़े लगते भी
मैं नीम सी हूं!
थोड़ी कड़वाहट के साथ दर्द का इलाज कर दे उस हकीम_ सी हूं
किसी ने कहा जहर भर रखा मन में
उन्हें क्या पता खबर शहर भर का रखा मैंने
किसी ने कहा तुम...