✍🏾🥀फिर मसला बढ़ता है🥀✍🏾
प्यार की परवाह नहीं करते तुम चलो खैर है
शव हो या चिराग किसी एक तो फिर जलना पड़ता है ।।
खुद से और सबसे बे-नियाज़ हो जा तूं
मगर याद रख बिछड़ जाने से पहले
एक दफा फिर मरना पड़ता है ।।
शक ना हो ना सिसकियों की आवाज हो
ना ही कोई आईना टूटे
बर्ना नम आंखों का हाल...