पर अब वो बातें ना रहीं
मैंने तुम्हें इतना चाहा
जितना कभी आजतक
ख़ुदको भी ना चाहा होगा
तुम्हारी गहरी समंदर सी आंखें
तुम्हारी वो प्यारी सी मुस्कान देखकर
मेरा दिल ख़ुश हो जाता था
मैं हर रोज़ हर पल तुम्हीं को
हां तुम्हीं को याद किया करता
आज भी करता हूं पर अब
दिल में चुभन सी होती है
जो यादें कभी मुझे सुकून दिया करती थीं
आज वहीं यादें इतना दर्द दिया करती हैं
तुम्हारे आने से लगा था
अब और क्या ही चाहिए ज़िन्दगी में
अपना सब कुछ मैंने तुमको ही माना था।
तुम्हें पता नहीं लगा पर ये सच है की
तुम बदलने लगे थे
मुझसे बातें करते थे पर मेरी बातें
और हमारी बातें करना बिल्कुल भूल ही गए
ये सब मुझे अन्दर ही अन्दर तोड़ रहा था
मेरा मन पहली दफा
इतना ज्यादा उदास हुआ था
मैं जी तो रहा था पर जीना मैंने छोड़ दिया था
तुमको...
जितना कभी आजतक
ख़ुदको भी ना चाहा होगा
तुम्हारी गहरी समंदर सी आंखें
तुम्हारी वो प्यारी सी मुस्कान देखकर
मेरा दिल ख़ुश हो जाता था
मैं हर रोज़ हर पल तुम्हीं को
हां तुम्हीं को याद किया करता
आज भी करता हूं पर अब
दिल में चुभन सी होती है
जो यादें कभी मुझे सुकून दिया करती थीं
आज वहीं यादें इतना दर्द दिया करती हैं
तुम्हारे आने से लगा था
अब और क्या ही चाहिए ज़िन्दगी में
अपना सब कुछ मैंने तुमको ही माना था।
तुम्हें पता नहीं लगा पर ये सच है की
तुम बदलने लगे थे
मुझसे बातें करते थे पर मेरी बातें
और हमारी बातें करना बिल्कुल भूल ही गए
ये सब मुझे अन्दर ही अन्दर तोड़ रहा था
मेरा मन पहली दफा
इतना ज्यादा उदास हुआ था
मैं जी तो रहा था पर जीना मैंने छोड़ दिया था
तुमको...