नफरत करो, प्रपंच नहीं 🥀
व्यर्थ के प्रपंच से
मत करो तंग मुझे
किस बात का
जबरन है,मत
करो पसंद मुझे।
भाव के कई
रंग है,दिखाओ
वो ढंग मुझे
झूठ...
मत करो तंग मुझे
किस बात का
जबरन है,मत
करो पसंद मुझे।
भाव के कई
रंग है,दिखाओ
वो ढंग मुझे
झूठ...