फ़िर एक बार मुलाक़ात हो जाए.....
#TrainJourney
एक बार मुलाक़ात क्या हुई, दिल जुड़ गया तुमसे,
स़ब से शाम तक नाम तुम्हारा छिपा रहे हैं सबसे।
मेरी मुस्कराहट का राज़ पुछा करते हैं सब मुझसे,
अधखिला फूल की तरह होंठ मिलते हैं यूँ सबसे।
...
एक बार मुलाक़ात क्या हुई, दिल जुड़ गया तुमसे,
स़ब से शाम तक नाम तुम्हारा छिपा रहे हैं सबसे।
मेरी मुस्कराहट का राज़ पुछा करते हैं सब मुझसे,
अधखिला फूल की तरह होंठ मिलते हैं यूँ सबसे।
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