अब की सोच
मोहब्बत के आड़ मे ,
करते गज़ब का कार्य है ।।
प्यार के चादर को ओढ़े ,
हवस का ये जाप करते।
तन से अच्छे, मन से गंदे ,
वस मे रहते काम के ।
शक्ल अच्छा, अक्ल बच्चा,
राह चलते भान मे।।
काम है सैतान के ,,
नाम है भगवान् के,,
हैवान...
करते गज़ब का कार्य है ।।
प्यार के चादर को ओढ़े ,
हवस का ये जाप करते।
तन से अच्छे, मन से गंदे ,
वस मे रहते काम के ।
शक्ल अच्छा, अक्ल बच्चा,
राह चलते भान मे।।
काम है सैतान के ,,
नाम है भगवान् के,,
हैवान...