एक ख्वाईश
आसान नहीं है जीना यहां,
पड़ता है हर रोज थोडा-थोड़ा, जहर पीना यहां।
यूं तो हंसते चेहरे आते हैं नजर,
मगर सीना सबका छलनी है यहां।
चाहते सब हैं .......
कि बताएं हाल-ए-दिल किसी को,
लेकिन सुनने वाले तो हैं,
जो समझ सके, ऐसा मिलता कहां है यहां ।
कभी-कभी रास्तें अकेले ही तय करने पड़ते,
दूर तक साथ दे जो, ऐसा मिलता कहां है यहां।
हज़ार ख्वाईशों में से कोई एक भी पूरी हो जाए,
तो खुद को खुशनसीब समझिएगा.....
हर किसी को मुक्कमल जहां नहीं मिलता यहां।।
© hasratein_dill_ki
पड़ता है हर रोज थोडा-थोड़ा, जहर पीना यहां।
यूं तो हंसते चेहरे आते हैं नजर,
मगर सीना सबका छलनी है यहां।
चाहते सब हैं .......
कि बताएं हाल-ए-दिल किसी को,
लेकिन सुनने वाले तो हैं,
जो समझ सके, ऐसा मिलता कहां है यहां ।
कभी-कभी रास्तें अकेले ही तय करने पड़ते,
दूर तक साथ दे जो, ऐसा मिलता कहां है यहां।
हज़ार ख्वाईशों में से कोई एक भी पूरी हो जाए,
तो खुद को खुशनसीब समझिएगा.....
हर किसी को मुक्कमल जहां नहीं मिलता यहां।।
© hasratein_dill_ki