...

14 views

सच की राह
है बहुत अंधेरा, ज़िंदगी मे मगर, हो जाये उजाला....
बस एक बार आशा के चिराग जला कर तो देख।
चाहती हूँ, एक बार तू, फूलों सी खुशबू ....
मिल जाएगी, हर मंज़िल तुझे बस एक बार,
काँटो की राह, आज़मा के तो देख ।
सोचती हूँ , कोई साथ नही , दगा देता है तुझे...
बन जायेंगे रिश्ते, अपने आप बस एक बार,
खुद के लिए खुद को मिटा के तो देख ।
रहता है बेचैन, पागल की तरह, चैन आ जाएगा तुझे...
बस एक बार, बिना पानी मछली की तरह होगा खुद पे नाज़ करके तो देख।
बस एक बार , सच की राह अपना के तो देख.....