...

3 views

अगला पड़ाव !
अगली मंजिल की तरफ़
मेरी ये अग्रसर नाव...
मुश्किलों से घिरि
पर कुछ उम्मीद पर टिकी ये नाव है....

छोड़ पीछे कई अपने
कुछ टूटे सपने...
कुछ घाव दिल पर लिए
चल पड़ी अपनी ये नाव है....

मिलेगी मंजिल
या फिरसे हार कोई...
इस बात से दिल फिर अनजान है
मुश्किलों से लड़ पड़ी अब अपनी ये नाव है...

© abhiraj