इश्क- ए -बनारस🧡
यूं तो बनारस अपने आप में बेहद खास है पर सबसे अजीज़ वहा की घाट है।
सारी दुनिया एक तरफ बनारस के अलग ही ठाठ है
सूरज भी ठहरता है , कभी इत्मीनान से वहा किसी घाट पर बैठ कर देखना।
अस्सी की हवाओ में इश्क बहता है , कभी बनारस से इश्क करके देखना।
ये भाग दौड़ , चकाचौंध भरी दुनिया से भी परे एक सुकून की दुनिया वहा मिलेगी।
ये झूठे प्यार मोहब्बत भूल कर असली चाहत बस महादेव के शहर...
सारी दुनिया एक तरफ बनारस के अलग ही ठाठ है
सूरज भी ठहरता है , कभी इत्मीनान से वहा किसी घाट पर बैठ कर देखना।
अस्सी की हवाओ में इश्क बहता है , कभी बनारस से इश्क करके देखना।
ये भाग दौड़ , चकाचौंध भरी दुनिया से भी परे एक सुकून की दुनिया वहा मिलेगी।
ये झूठे प्यार मोहब्बत भूल कर असली चाहत बस महादेव के शहर...