हार और जीत को हमारा सलाम!
वक़्त आज तुम्हारा है, तोह क्या हुआ?
वक़्त कल हमारे लिए भी होगा!
जब सूरज की किरण एक नया सवेरा लाए।
तो अंधकारसे से कियु कदम लरखराये!
ग़म नहीं की जीत हमें नसीब नहीं हुयी,
बस दुआ इतना है कि,
हार...
वक़्त कल हमारे लिए भी होगा!
जब सूरज की किरण एक नया सवेरा लाए।
तो अंधकारसे से कियु कदम लरखराये!
ग़म नहीं की जीत हमें नसीब नहीं हुयी,
बस दुआ इतना है कि,
हार...