...

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पिता और बिदाई
लिखा विधाता भाग्य मे तेरे जो वों वर आज मै ढूंढ कर लाया हूँ
कलेजे का टुकड़ा है तू मेरा, कभी ना किया है तुझे दूर खुद से

पर लाडली तेरी और मेरी जुदाई का वचन देकर आया हूँ
बेटी तेरी लिए आज में शादी का जोड़ा लेकर आया हूँ
सुन्दर रंगों से सजे वों मेहंदी लेकर आया हूँ

गुड़िया जैसी लाडली बेटी तेरे लिए
मै रमझुम करते झांझर लाया हूँ
मन रोये है पर होटो पर मुश्कान लाया हूँ
कहलाती है हर बेटी धन पराया क्यों
जबकि तू तो है मेरी जान मेरी लाडली


पत्थर दिल बाप भी रो परे बेटी की विदाई पर हो जायेगा आँगन लाडली तेरे जाने पर
जाकर ससुराल खुसबू बनकर महका देना तू
सबका जीवन
तुझ बिन सुना हो जायेगा बाबुल का आँगन
पोछ ले अपने आँसू लाडली खुशी का अवसर लाया हूँ


एक पिता का एक बेटी से दिल की बातें 💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖

-स्वेता ♥️