तेरी तस्वीर - भाग १
प्रेमरस से परिपूर्ण हृदय की वेदना को परिभाषित करती मेरे लेखक जीवन की प्रथम कविता.....
"तेरी तस्वीर"
तेरी तस्वीर दिल में बसाकर
तन्हा होकर जिये जा रहे हैं
इश्क़ तुझसे किया चोरी छुपके
इसलिये विष पिये जा रहे हैं
हीरे मोती सरीखा नहीं था
दिल ये...
"तेरी तस्वीर"
तेरी तस्वीर दिल में बसाकर
तन्हा होकर जिये जा रहे हैं
इश्क़ तुझसे किया चोरी छुपके
इसलिये विष पिये जा रहे हैं
हीरे मोती सरीखा नहीं था
दिल ये...