राधा
दोनों मिलकर जाते थे
दोनों मिलकर आते थे
फिर किसी एक के घर पर बैठ कर
दोनों ढेरों बातें करते थे
कितना वो हंसती थीं
भोली है तू कहती थी
बहुत मनाना चाहा था
मम्मी को उसके हम दोनों ने
माना ही नहीं मम्मी ने कर दी उसकी शादी थी
जब वह आई थी गोद में उसके बेटी थी
हड्डी का ढांचा लगती थी,मांस...
दोनों मिलकर आते थे
फिर किसी एक के घर पर बैठ कर
दोनों ढेरों बातें करते थे
कितना वो हंसती थीं
भोली है तू कहती थी
बहुत मनाना चाहा था
मम्मी को उसके हम दोनों ने
माना ही नहीं मम्मी ने कर दी उसकी शादी थी
जब वह आई थी गोद में उसके बेटी थी
हड्डी का ढांचा लगती थी,मांस...