टूटा हुआ प्यार....
कांटो के बीच घिरा वो फूल गुलाब था ।
मैंने जिसे चाहा वो शायद महताब था ।।
पहरो में भी जिनके होटों पर हंसी थी ।
वो वर्षो से मेरे दिल का एक ख्वाब था...
मैंने जिसे चाहा वो शायद महताब था ।।
पहरो में भी जिनके होटों पर हंसी थी ।
वो वर्षो से मेरे दिल का एक ख्वाब था...