...

20 views

नया नया है रिश्ता उनका....
अभी नया नया है रिश्ता उनका,
अभी आशिकी तो सिर चढ़ कर गाएगी ही..!
तोड़ कर गहरी नींदों का पहरा,
अभी आंखें उनकी उन्हें पूरी रात जगाएगी ही..!!

तो क्या हुआ जो अभी वो हमें अनदेखा करने लगे हैं..!
कि आज वो खुशियों से आंचल गैर की भरने लगे हैं..!
नई जिंदगी की तरफ उन्हें जरा कदम एक बढ़ाने दो.!
गर खुश हैं वो मेरे बिना तो खुशी अपनी दिखाने दो..!!

जो रोए थे कल, हम सामने उनके,
कल उन आसूंओं की कसम उन्हें भी रुलाएगी ही..!
अभी नया नया है रिश्ता उनका,
अभी आशिकी तो सिर चढ़ कर गाएगी ही..!!

अभी लाजमी हैं उनका उसे अपना वक्त देना..!
कि अभी लाजमी है उनका जरा व्यस्त रहना..!!
अभी कुछ महीने उन्हें जरा साथ तो बिताने दो..!
अभी ऐ जिंदगी उन्हें जरा रूठने जरा मनाने दो..!!

जैसे रोकर आज सोने लगी हूं मैं,
आंखें उनकी भी कल रोकर उन्हें सुलाएगी ही..!
अभी नया नया है रिश्ता उनका,
अभी आशिकी तो सिर चढ़ कर गाएगी ही..!!

अभी उनको जरा एक दूजे में तो खोने दो..!
अभी उनको पहले बेलीबास तो होने दो..!!
पूरी करने दो अभी उन्हें उनके जिस्मों की चाहत..!
कर लेने दो अभी उन्हें जरा सी जिस्मानी मोहब्बत..!!

जिस शिद्दत से मैंने पूजा है उन्हें,
वो इबादत कल यकीनन उन्हें याद आएगी ही..!
अभी नया नया है रिश्ता उनका,
अभी आशिकी तो सिर चढ़ कर गाएगी ही..!!
© वज़ह