ख़्वाहिशों का बक्सा
ज़िंदगी अधूरी ख़्वाहिशों का बक्सा है।
भरना चाहते हम अपने मुताबिक़ ॥
कुछ सहेज पाते हैं कुछ छूट जाते हैं,
कुछ तो करना चाहते हैं हर हाल...
भरना चाहते हम अपने मुताबिक़ ॥
कुछ सहेज पाते हैं कुछ छूट जाते हैं,
कुछ तो करना चाहते हैं हर हाल...